चैनपुर थाना क्षेत्र के सिकंदरपुर गांव में बाबा सूरदास के स्थान पर नव दिवसीय श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ श्री भागवत कथा पिछले 8 दिनों से चला आ रहा है जो कि आज नौवां दिन भंडारे के साथ देर रात्रि तक प्रवचन के साथ नौ दिवसीय यज्ञ प्रवचन आज समाप्त हो जाएगा प्रत्येक दिन रात्रि के 8: बजे से 12 :बजे तक प्रवचन चलता आ रहा था सभी भक्त आनंदित मय माहौल में कथा का रसपान भरपूर ले रहे थे वही कथावाचक पंडित श्री विस्वाकांता जी महाराज वाराणसी बिंदा वाले कथावाचक ने कहा कि इस सिकंदरपुर ग्राम में श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ का आयोजन पहली बार सिकंदरपुर गांव में हो रहा है इसके पूर्व में सन 1999 जनवरी महीना में मां कोड जोहरी सिकंदरपुर गांव मे यज्ञ हुआ था लेकिन श्री सूरदास बाबा के स्थान पर और सिकंदरपुर गांव में श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ का 25 वर्षों के बाद पहली बार आयोजन हो हवा है इस गांव के आसपास के लोग आपस में सामंजस्य बनाकर एक दूसरे के पूरक होकर सहयोग कर रहे हैं सिकंदरपुर गांव में हिंदू और मुसलमान दोनों समाज के लोग हैं लेकिन इस लक्ष्मी नारायण महायज्ञ में भागवत की कथा को सुनने के लिए लगभग 10 से 15 हजार की संख्या में महिला एवं पुरुष की भीड़ लगती चली आ रही है श्री पंडित विस्वाकांता महराज ने श्री कृष्णा और रुक्मणी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि श्री भगवान कृष्ण और रुक्मणी जी की शादी श्री कृष्ण भगवान से हुई है जिसे एक पुत्र प्रद्युम्न हुए जो कि दूसरे के यहां पले बड़े थे सुखदेव जी राजा परीक्षित से कहते हैं यह राजा परीक्षित राम अवतार में राजा जनक की दो पुत्री थी और राजा जनक के भाई की भी दो पुत्रि थी और अयोध्या के राजा दशरथ के चार पुत्र थे
राजा जनक जी के घर पर नहीं रहने पर उनकी पुत्री सीता माता शिव धनुष को उठाकर दूसरे स्थान पर रख दी थी तभी राजा जनक आए और उन्होंने कहा कि मैं अपनी पुत्री सीता का शादी उस वीर उस योद्धा से करूंगा जो धनुष तोड़ दे रामचंद्र जी और लक्ष्मण जी श्री महर्षि विश्वामित्र जी के आश्रम में शिक्षा ले रहे थे इस समय महर्षि विश्वामित्र जी ने कहा कि हे राम लक्ष्मण चलो जनकपुर में चला जाए राजा जनक ने एक स्वयंवर रचा है वह हम लोग को भी बुलाया गया है महर्षि विश्वामित्र जी के साथ राम और लक्ष्मण जी चले गए जनकपुर में वहां शिव धनुष रखा हुआ था रामचंद्र जी ने धनुष को प्रणाम किया और उसे धनुष को उठाकर उसे धनुष को तोड़ दिया रामचंद्र जी की शादी सीता जी से हुई जनक की चार पुत्रियां थी और राजा दशरथ के चार पुत्र थे चारों पुत्री की शादी राजा दशरथ के चारों पुत्रों से हुआ प्रसंग है लोगों को इस संसार में जिस गांव में श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ भागवत कथा होता है उस गांव के लोगों को भगवान के प्रति आस्था बनी रहती है सिकंदरपुर गांव में 25 वर्षों के बाद श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ का आयोजन हुआ है इस आयोजन में सिकंदरपुर के हिंदू मुस्लिम सभी लोगों ने मिलकर एक दूसरे का सहयोग कर यज्ञ को सफल बनाने में हर संभव सहयोग किए हैं इस कार्यक्रम में कमेटी के अध्यक्ष संजय कुमार पांडे, अधिवक्ता मंटू पांडे, राहुल पांडे, मनोज कुमार पांडे, उदय पांडे, बब्बन पांडे, दद्दन पांडे, बच्चन पांडे,मनोहर पांडे, अधिवक्ता जितेंद्र कुमार उपाध्याय, राहुल पांडे, चैनपुर थाना अध्यक्ष विजय कुमार, नैयर अंसारी, अधिवक्ता निसार अंसारी, वार्ड कमिश्नर नजमी खान, नासिर खान, रसूल अंसारी, मदन पांडे, मुकेश बाबा, अनुपम पांडे, विष्णु कुमार तिवारी, हजारों की संख्या में श्रोतागण उपस्थित थे।