आखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान देवघर देवीपुर एम्स का लिंक फेल, मरिजों की भीड़ बेकाबू, कतार में गश खाकर बेहोश हुई महिला 300 चिकित्सकों की लगी है ड्यूटी फिर भी मरिजों को मिलने में लग जाते है 4 घंटे हमारे जननेताओं के कारण आज आखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान देवघर देवीपुर एम्स की जगहसाई हो रही है। एम्स की शुरूआत की खबरों को जीस तरह से दिखाया गया उसी तरह अब लोग वहां पर अपना ईलाज कराने के लिए पंहुच रहे है। मरिज भागलपुर, गोड्डा, बंगाल से भी यहां पंहुच रहे है लेेकिन ईलाज के नाम पर सिर्फ उसे परेशानी ही झेलनी पड़ती है। दरअसल देवीपुर में बनाए गए एम्स में चिकित्सीय उपचार लेने के लिए आपको दिनभर का समय भी लग सकता है। एम्स में नंबर लगाने के लिए तड़के सुबह से ही मरीजों की कतार रजिस्ट्रेशन काउंटर पर लगनी शुरू हों जाती हैं।
काफी लंबे लाइन में घंटो कतार में खड़े रहने के बाद मरीजों का रजिस्ट्रेशन हों पाता है। इसके बाद वहां से चिकित्सीय परीक्षण के लिए मरीजों को अलग अलग जगहों पर भेज दिया जाता है। इसके बाद मरीजों को चिकित्सक से मिलने के लिए वेटिंग रूम में घंटों इंतजार करना पड़ता है कभी कभी आपको इस प्रक्रिया में दिनभर भी लग जाता है। कभी ऐसी भी स्थिति आ जाती है कि आपको अपने सम्मान को खो कर नीचे जमीन पर बैठकर इलाज का इंतजार करना पड़ता है घंटो आप टकटकी लगाए उस दरवाजे के पास बैठे रहते हैं जहां से सबका नंबर बुलाया जाता है, पूछने पर गार्ड द्वारा बताया जाता है कि यहां कुछ ऐसा हि सिस्टम चलता है। काफी घंटो इंतजार के बाद चिकित्सक से मुलाकात होती है और वो ऑपरेशन का सलाह देते हुए करीब एक दर्जन जांच कराने को कहते है, उन्हें क्या पता की इसीलिए सुबह से एक सिनियर सिटिजन बिना कुछ खाए अपने इंतजार में टकटकी लगाए घंटों से बैठी थी। एक दिन गुजरने के बाद सिर्फ कागजी प्रक्रिया ही पूरी हों पाई थी। इसके बाद पुनः शुक्रवार को देवघर एम्स के आयुष विभाग पंहुचने के बाद पता चला कि मरिजों के जांच में अभी काफी देर होगी जानकारी मिलने के बाद पता चला कि लिंक फेल हो गया है लिंक फेल हो जाने के कारण सिस्टम पुरी तरह से काम नही कर रहा था, इधर सिस्टम ठप्प हो गया था और उधर मरिजों की संख्यां में ईजाफा होता गया। आधे से एक घंटा के करीब आयुष विभाग में मरिजों की भीड़ बेकाबू हो गई इसी बिच चितरंजन से ईलाज कराने आई एक महिला जो जांच कराने के लिए कतारबद्व थी, एकाएक गश खाकर वहीं पर गिर पड़ी महिला को गिरते देख वहां मौजुद मरिज और मरिज के परिजनों द्वारा महिला को उठाया गया और पानी का छिड़काव किया गया तब जाकर महिला को होश आ पाया। इधर अगर आप आयुष विभाग में जांच कराने में कामयाब भी हो गये तब भी आपकों अपने रिपोर्ट के लिए करीब चार से पांच दिन का समय लगेगा