झारखंड में जल विभाग के द्वारा टहल कंपनी को सप्लाई के लिए टेंडर दी गई थी जिसमें सही रूप से कार्य नहीं करने के कारण उसे ब्लैक लिस्ट कर दिया गया उसके बाद काम ठप हो जाने के कारण जितने भी पाईप थी जहां तहां पड़ी रह गई। उसके बाद उस कले पाइप पर चोरों की नजर पड़ी और सूत्रों के हवाले से और कलियसोल के मुखिया के द्वारा आरोप लगाया कि रात्रि में सन्नाटा में रहने के कारण चोरों ने प्रतिदिन बड़ी-बड़ी गाड़ियां के माध्यम से बंगाल की ओर भेजा जाने लगा। इस अवैध कार्य में गांव के कुछ लोग के साथ-साथ चिरकुंडा डूमरकुंडा का एक अवैध लोहा कारोबारी का हाथ बताया जा रहा के साथ एक और
खबर आई है कि जो भी इस काम को रोकथाम के लिए आगे आते हैं तो उनके झूठे मुकदमे में फंसा कर जेल भेजने जैसे धमकी दी जाती। ज्यादा हो हल्ला होने के कारण अभी फिलहाल काम को बंद किया गया है जब इस मामले में हमारे संवाददाता ने कालूबाथन ओपी प्रभारी राजीव प्रकाश एवं निरसा एसडीपीओ रजत मनी बाखला से जानने का प्रयास किया तो उन्होंने कहा कि चोरी की सूचना और लिखित शिकायत कोई भी विभाग से नहीं आया इसीलिए मैं इस मामले में कुछ नहीं बोल सकता ।जबकि कलियासोल पुलिस ओपी के कुछ ही मीटर का मामला है