केरेडारी में नौतपा का प्रकोप प्रचंड रूप में |

केरेडारी में नौतपा का प्रकोप प्रचंड रूप में |

केरेडारी : केरेडारी प्रखंड में इन दिनों नौतपा का प्रचंड रूप देखने को मिल रहा है ! नौतपा के प्रचंड गर्मी से आम अवाम के साथ साथ जीव जंतु पशु पक्षी भी बेहाल है! कड़क धूप और गर्म हवाओं के झोकों ( लू) से लोगों को घर से निकलना दुश्वार साबित हो रहा है! चौक चौराहों पर सुबह नौ बजे से शाम छह बजे तक कमी हीं चहल कदमी देखी जा रही है! लोगों की दैनिक दिनचर्या खासा प्रभावित है! क्षेत्र के कुआं तालाब नदी नाले सूखे पशु पक्षी जीव जंतु के बीच पानी की है भारी किल्लत! क्या है नौतपा :: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नौतपा हिंदी महीना के जेष्ठ माह में जब सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते हैं तो नौतपा पृथ्वी पर शुरू हो जाता है! नौतपा नौ दिनों का होता है! इन नौ दिनों तक सूर्य की प्रचंड गर्मी पड़ती है! साथ ही तापमान भी सबसे अत्यधिक होता है!

इस बार नौतपा 25 मई से 2 जून तक रहने वाला है! क्यों जरूरी है नौतपा :: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार नौतपा के नौ दिन पृथ्वी पर समनांतर व्यवस्था बनाए रखने के लिए अत्यंत ही जरूरी है! इन नौ दिनों में 365 दिनों एक वर्ष का रहस्य समाया होता है!नौतपा के नौ दिनों में से पहले दिन अगर लू नही चलता है तो पृथ्वी पर चूहों की संख्या बढ़ जाएगी जिससे कृषक वर्ग को भारी नुकसान होता है! दूसरे दिन लू नही चलने पर फसल पर लगने वाले किट पतंगे नही मरेंगे! तीसरे दिन लू नही चले तो टीड़ियो के अंडे नष्ट नहीं होंगे और टिडीयों की संख्या बढ़ जाएगी जिस कारण पृथ्वी पर आम जनमानस जीव जंतु पशु पक्षी पेड़ पौधे और फसलों को भारी नुकसान होता है! चौथे दिन से दो दिनों तक लू नही चलने पर बुखार लगने वाले जीवाणु नहीं मरेंगे! पांचवे दिन लू नही चलने पर पृथ्वी पर सांप बिच्छू जैसे विषैले जीव नियंत्रण से बाहर हो जाएंगे उनकी संख्या बढ़ जाएगी! आखरी दो दिनों तक लू नही चलने पर पृथ्वी पर आंधी तूफान अधिक चलेगी जिससे फसलों समेत सभी को भारी नुकसान होने की संभावना बनी रहती है! नौतपा के दौरान सूर्य की तेज रौशनी सीधे पृथ्वी पर पड़ती है ! नौतपा के प्रचंड प्रकोप से सुन सान पड़ी हजारीबाग टंडवा मुख्य सड़क राज्य पथ संख्या सात और ऑन रिकार्ड तापमान 44 डिग्री सेल्सियस सुन सान पड़ी गांव की गलियां

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