कैमूर। लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा के तमाम बड़े नेता बिहार दौरा करते नजर आ रहे हैं. देश के प्रधानमंत्री हो या फिर केंद्रीय मंत्री, सभी एक के बाद एक चुनावी रैली कर रहे हैं. 25 मई को पीएम मोदी बिहार दौरे पर पहुंचे थे, जहां उन्होंने तीन लोकसभा सीटों पर चुनावी प्रचार किया. वहीं, रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी बिहार में चुनावी सभा को संबोधित करने पहुंचे. अमित शाह ने सासाराम लोकसभा क्षेत्र के कैमूर में जनसभा को संबोधित किया. शाह ने भाषण की शुरुआत माता मुंडेश्वरी को नमन करते हुए किया. शाह ने कहा कि यह भूमि कर्पूरी ठाकुर की है, जिन्होंने पिछड़े और कमजोर वर्ग के लिए बहुत काम किया, लेकिन लालू यादव सामाजिक न्याय पर सिर्फ गोल-गोल बात करते हैं. कभी भी कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने की चर्चा नहीं की, लेकिन पीएम मोदी ने देशभर के पिछड़ों को सम्मान दिया. इसके साथ ही शाह ने पांच चरणों के चुनाव में
310 सीटें एनडीए के खाते में आने की बात कही और बोला कि दो चरणों को मिलाकर एनडीए 400 पार सीटें लाएगी. शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी के खिलाफ घमंडिया गठबंधन बना है. अपने बेटे को सीएम बनाने के लिए लालू जी कांग्रेस की शरण में चले गए हैं, जो पिछड़ा विरोधी पार्टी है. कांग्रेस ने पिछड़ा, दलितों और गरीबों का हमेशा विरोध किया है. कांग्रेस ने काका कालेलकर की रिपोर्ट को दबा दिया, उनके हिस्से की रिजर्वेशन की फाइल दबा दी. उसके बाद मंडल कमीशन की रिपोर्ट को भी रोक दिया. राहुल गांधी के पिता जी राजीव गांधी ने इसका विरोध किया था, लेकिन मोदी जी ने अलग से आयोग बानकर पिछड़े समाज को संवैधानिक सम्मान देने का काम किया। भाषण देते हुए शाह ने दावा किया कि राहुल गांधी और लालू यादव कहते हैं कि मुसलमान को आरक्षण देंगे, लेकिन मैं पूछना चाहता हूं कि वह किसका आरक्षण काटकर मुसलमान को देंगे. इन लोगों ने इन्हीं समाज का हिस्सा काटकर कर्नाटक, बंगाल और हैदराबाद में मुसलमानों को आरक्षण दिया है. साथ ही शाह ने कहा कि जब तक पार्लियामेंट में एक भी बीजेपी का सांसद बचेगा, तब तक हम किसी को भी आरक्षण खत्म नहीं करने देंगे, यह मोदी की गारंटी है. लालू पर हमला बोलते हुए शाह ने कहा कि 10 सालों में इन्होंने बिहार को क्या दिया, यह आप जानते हैं।