रजरप्पा स्थित देश के प्रसिद्ध सिद्धपीठ माँ छिन्नमस्तिके मंदिर में बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर देश प्रदेश से आये श्रद्धालुओं ने पूरी श्रद्धा और समर्पण के साथ विधिवत पूजन-अर्चना कर सुख-समृद्धि की कामना की। विशेष मुहूर्त होने के कारण अहले सवेरे से ही माता रानी के दरबार में श्रद्धालुओं के पहुंचने का सिलसिला चलता रहा। साथ ही विशेष मुहूर्त के कारण मंदिर में मुंडन, यगोपवित्र, विवाह, हवन सहित अन्य मांगलिक कार्य किये गए। इधर कोलकाता से आये एक श्रद्धालु ने बताया कि मातारानी के कृपा का बखान शब्दों में नही किया जा सकता माँ तो सदैव अपने भक्तों का कल्याण करतीं है…..बाईट…..सपन कुमार ( श्रद्धालु
कोलकाता ) वहीं एक दूसरे श्रद्धालु नें बताया कि मां का यह ऐसा स्थान है जहां जो भी मांगो उससे ज्यादा ही मिलता है दरबार में आने की अनुभूति बहुत ही आनंदित करने वाला है मेरे पास आज जो भी है वह सभी मां का ही दिया हुआ है हमने यह महसूस किया कि मातारानी के आंचल का ममता और वात्सल्य निरंतर यहाँ आने वाले भक्तों को प्राप्त होता है…..बाईट…..चरणजीत सिंह ( श्रद्धालु दिल्ली ) कोलकाता से आए एक बालक श्रद्धालु ने बताया कि आज मैं विशेष तिथि पर यज्ञ कुंड में बैठकर हवन भी किया ताकि पढ़ाई के दौरान मैं अच्छे अंक प्राप्त कर सकूं…..बाईट…..यथार्थ ( श्रद्धालु कोलकाता ) बुद्ध पूर्णिमा की विशेष तिथि के बारे में बताते हुए मंदिर न्यास समिति के प्रमुख पुजारी सुबोध पांडा बताते हैं कि विशेष मुहूर्त में पूजन से माता भक्तों के सभी मनोरथ सिद्ध करतीं हैं, आज सुबह 4:00 से मंगल आरती के बाद भक्तों की भीड़ लगी हुई है आज शुभ दिन होने के कारण मंदिर परिसर में सभी मांगलिक कार्य हो रहे हैं……बाईट…..सुबोध पंडा ( मुख्य पुजारी मंदिर न्यास समिति रजरप्पा