जी हां बात टुंडी विधायक मथुरा महतो की हो रही है जो 2024 के लोकसभा के चुनावी अखाड़े में दो दो हाथ करने के लिए कूद पड़े हैं अंजाम क्या होगा ये तो चुनाव परिणाम बताएगा लेकिन जनता को ये जरूर सोचना चाहिए कि की विधायक रहते हुए उन्होंने जनता के हित के लिए क्या किया।

24 साल झारखंड को बिहार से अलग हुए हो गया लेकिन जनता की परेशानी कम नहीं हुई है हा ये अलग बात है की आलमगिरी आला के पी ए के सर्वेंट के यहां से 35 करोड़ रूपए नगद मिलते हैं प्रस्तुत है पंकज सिन्हा की रिपोर्ट सिजुआ के जेएमएम कार्यालय से