कैमूर जिले के चांद प्रखंड के कुड्डी गांव के ग्रामीणों ने वोट का बहिष्कार करने का ऐलान किया है। उनका कहना है की गांव में हाई स्कूल नहीं तो वोट नहीं पहले जिला प्रशासन मेरे गांव आकर लिखित आवेदन दे की गांव में हाई स्कूल बनेगा ,तभी हम ग्रामीण वोट करेंगे। लोगों का आरोप है कि कुड्डी गांव में हाई स्कूल बनाने के लिए आया था पर राजनीतिक साजिश और शिक्षा विभाग की मिली भगत से जमीन का अभाव दिखा दिया गया।जबकि गांव में हाई स्कूल के लिए जमीन एक एकड़ एक डिसमिल मौजूद है। कुड्डी गांव के बदले पास के गांव भलुहारी में हाई स्कूल बनाने का प्रस्ताव किया गया है,
जिससे ग्रामीण नाराज हैं । ग्रामीणों ने बताया कि कई बार जिलाधिकारी से लेकर प्रखंड के अधिकारी तक गुहार लगा चुके कि मेरे गांव में हाई स्कूल बना दिया जाए जिससे गांव के बच्चे और बच्चियों को शिक्षा लेने के लिए दूसरे गांव और दूर के प्रखंड में न जाना पड़े पर जिला प्रशासन ने अनसुनी कर इनके बातों को नहीं सुना,ग्रामीण उदय पांडेय, राजमती कुमार, बीडीसी रंजन गुप्ता, छात्र शहंशाह अंसारी, विकास तिवारी और गांव के वार्ड सदस्य प्रमोद कुमार ने बताया कि मेरे गांव में उत्क्रमित मध्य विद्यालय है जिसको उत्क्रमित हाई स्कूल बनाने को लेकर कई वर्षों से जिला प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं पर जिला प्रशासन द्वारा कोई पहल नहीं किया गया और शिक्षा विभाग भी गांव के साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है। गांव में हाई स्कूल के लिए जमीन उपलब्ध है उसके बाद भी चांद प्रखंड के शिक्षा पदाधिकारी ने विभाग को लिखित सूचना दिया कि गांव में जमीन का अभाव है। जिसको लेकर ग्रामीणों में खासा नाराजगी है। गांव में हाई स्कूल नहीं होने से बच्चे चांद नहीं तो गांव से डेढ़ किलोमीटर दूर भालुहारी गांव में जाते हैं,जहां अक्सर बच्चों के साथ मारपीट और बच्चियों के साथ अभद्र व्यवहार किया जाता है जिसको लेकर ग्रामीणों का साफ कहना है की जिला प्रशासन मेरे गांव में हाई स्कूल बनवा दे नहीं तो लोकसभा के चुनाव 1 जून को वोट होने वाला है उसका हम बहिष्कार करेंगे।