बद्रीनाथ धाम के तीर्थ पुरोहित, पंडा समाज और स्थानीय लोगों बीते कई दिनों से अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे थे. इसको लेकर ये लोग प्रशासन से बातचीत भी कर रहे थे. अब जानकारी आ रही है कि प्रशासन और पंडा समाज, तीर्थ पुरोहित, स्थानीय लोगों के बीच बात बन गई है.
एसडीएम जोशीमठ, चंद्रशेखर वशिष्ठ और आंदोलनकारियों के बीच हुई बातचीत में मंदिर दर्शन के लिए जो तीन सौ रुपये की पर्ची कटवाकर वीआईपी दर्शन को बंद करने की मांग की थी, जिसको प्रशासन ने स्वीकार कर लिया है. मास्टर प्लान के तहत हो रहे कार्यों के चलते मंदिर के पास के पक्के घरों को तोड़ा कर टीन शेड का वीआईपी रूट बनाया गया था. जिससे रास्ते में बैरिकेड लगाए गए थे. इससे स्थानीय लोगों, पंडा समाज और तीर्थ पुरोहितों को आने-जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा था.