भारतीय बच्चों में बढ़ती कई गंभीर बीमारियों को लेकर स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चिंता जताई है। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव अपूर्व चंद्रा ने कहा, देश में एक लाख से अधिक बच्चे थैलेसीमिया से पीड़ित हैं जिन्हें निरंतर ब्लड ट्रांसफ्यूजन (खून बदलते रहने) की जरूरत होती है।
थैलेसीमिया एक गंभीर समस्या है और ट्रांसफ्यूजन बहुत ही कठिन प्रक्रिया है, ऐसे में आवश्यक है कि बच्चों में इसकी रोकथाम को लेकर गंभीरता से ध्यान दिया जाए।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, थैलेसीमिया के जोखिमों को कम करने के लिए जरूरी है कि गर्भावस्था में ही महिलाओं की विशेष निगरानी और उपयुक्त जांच की जाए जिससे बच्चे के थैलेसीमिया के साथ पैदा होने के जोखिमों को कम करने में मदद मिल सके