चैती छठ महापर्व के तीसरे दिन छठ व्रतियों ने ठेकुआ तथा विभिन्न प्रकार के फलों से भरे दाउरा के साथ अपने नजदीकी पवित्र नदी तालाब एवं सरोवर में अपने परिवार जनों के साथ पहुंचे और जल में उतरकर प्रकृति के नियंता भगवान सूर्य की आराधना की। जैसे ही सूर्य नारायण अस्ताचल गामी हुए व्रतियों ने सूप और दाउरा के साथ उन्हें दुग्ध से अर्घ्य दिया।अर्घ्य देने के उपरांत वैदिक विधि विधान से पूजा अर्चना कर अपने तथा अपने परिवार, समाज एवं राष्ट्र के कल्याण की प्रार्थना की। प्रखंड मुख्यालय पंचायत कटकम सांडी स्थित धोबघट नदी में छठ व्रतियों ने अपने परिजनों के साथ अर्घ्य दान किया। आचार्य जयनन्द पांडेय तथा बालमुकुंद पांडेय के देखरेख में पूजा अर्चना किया गया। वही प्रखंड के अन्य पंचायतों में भी छठ व्रतियों ने नजदीकी नदी,तालाब में जाकर सूर्य को अर्घ अर्पित किया। आज छठ व्रती उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही 36 घंटे के बाद व्रत का पारन करेंगे।
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