कुल्टी। ईसीएल के डिसेरगढ़ स्थित झालबगान क्लब में सुरक्षा विभाग में नव प्रशिक्षित विभागीय कर्मचारियों के लिए पासिंग आउट परेड का आयोजन किया गया। ईसीएल में समय-समय पर सुरक्षा विभाग के द्वारा, आवश्यकतानुसार विभागीय कर्मचारियों में से सुरक्षा विभाग के लिए चयन किया जाता है। प्रायः इन चयनित कर्मचारियों के लिए सुरक्षा का बुनियादी प्रशिक्षण बाहरी एजेंसियों द्वारा करवाया जाता था । परंतु इस बार, श्री समीरन दत्ता, अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक के कुशल नेतृत्व में एवं निदेशक कार्मिक श्रीमती आहुती स्वाईं के सक्षम मार्गदर्शन में एक नयी पहल के तहत प्रशिक्षण को और आवश्यकतानुकूल एवं प्रभावी बनाने के लिए ईसीएल के सक्षम विभागीय सुरक्षा निरीक्षकों द्वारा नव-चयनित सुरक्षाकर्मियों का बुनियादी प्रशिक्षण कराया गया। इसी योजना पर कार्य करते हुए सुरक्षा विभाग द्वारा ईसीएल के विभिन्न क्षेत्रों से सक्षम सुरक्षा निरीक्षकों का चयन किया गया। तदनुसार सुरक्षा निरीक्षकों कि एक टीम तैयार की गई, जिसमें सात विभागीय सुरक्षा निरीक्षकों एक सीआईएसएफ़ निरीक्षक सहित, एवं प्रशिक्षण प्रभारी मेजर शारदिन्दु तिवारी द्वारा एक माह का सफल प्रशिक्षण विभागीय सुरक्षाकर्मियों को प्रदान किया गया।
इस कार्यक्रम के फलस्वरूप योग्य प्रशिक्षकों को चिह्नित करने में सहायता प्राप्त हुई है जो भविष्य में प्रशिक्षण तंत्र को और मजबूत बनाने में अत्यंत सहायक सिद्ध होगा। उक्त प्रशिक्षण में सुरक्षा विभाग से संबंधित सभी तरह की ट्रेनिंग एवं बिन्दुओं की जानकारी प्रदान की गयी, जिनमें शारीरिक प्रशिक्षण, सुरक्षा विभाग द्वारा किए जाने वाले विभिन्न कार्यों की जानकारी आदि शामिल है। सुरक्षाकर्मियों का बुनियादी प्रशिक्षण दिनांक 01.03.2024 से 08.04.2024 तक चला, जिसमें 133 कर्मचारियों को सफलतापूर्वक प्रशिक्षित किया गया। सुरक्षाकर्मियों का पासिंग आउट परेड समारोह झालबगान ग्राउंड में मनाया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में निदेशक कार्मिक की गरिमामयी उपस्थिति रही। इस मौके पर उन्होंने सुरक्षा विभाग में नव-प्रशिक्षित कर्मचारियों को बधाई एवं भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी, साथी ही उन्होंने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए सेक्युर्टी विभाग के प्रयासों की भी सरहना की। इस मौके पर श्री शैलेंद्र सिंह विभागीय प्रमुख (सेक्युर्टी), श्री कल्याणजी प्रसाद विभागीय प्रमुख (प्रशासन), श्री पुण्यदीप भट्टाचार्य विभागीय प्रमुख( औद्योगिक संबंध) एवं साथ ही अन्य विभागों के विभागाध्यक्षों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों की भी उपस्थिति रही।