भारतीय वायुसेना 1 से 10 अप्रैल तक गगन शक्ति 2024 के ज़रिए एक साथ दो मोर्चों यानि चीन और पाकिस्तान दोनों के खिलाफ़ युद्ध की स्थिति में अपनी शक्ति को परखना चाहती है. इस अभ्यास में वायुसेना के सभी फ़ाइटर जेट, परिवहन विमान, हेलीकॉप्टर, एयर डिफेंस सिस्टम, रडार स्टेशन और मिसाइल बेस सक्रिय रहेंगे. नए शामिल हुए फ़ाइटर जेट रफ़ाल, लड़ाकू हेलीकॉप्टर अपाचे के साथ स्वदेशी लड़ाकू हेलीकॉप्टर प्रचंड, परिवहन विमान सी-295 और रूस से खरीदा गया एयर डिफेंस सिस्टम एस-400 पहली बार इतने बड़े अभ्यास में शामिल होंगे. वायुसेना हर तरह के इलाक़े में और हर तरह के मौसम में युद्ध करने की अपनी क्षमता को धार देने के लिए इस अभ्यास को पूरे देश में कर रही है.
वायुसेना ने फ़रवरी में पोकरण में वायु शक्ति अभ्यास किया था जिसमें दुश्मन पर वार करने की क्षमता का प्रदर्शन किया गया. इस अभ्यास में रफ़ाल जेट के हवा से हवा में मार करने वाली मेटियोर मिसाइल का भी इस्तेमाल किया गया था और स्वदेशी आकाश के अलावा समर एयर डिफेंस सिस्टम को भी मैदान में उतारा गया था.