माफिया मुख्तार अंसारी का शव शुक्रवार देर रात बांदा से गाजीपुर पहुंचा। शनिवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मुहम्मदाबाद के कालीबाग कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। मुख्तार की कब्र उसके पिता सुभानउल्ला अंसारी व मां बेगम राबिया खातून की कब्र के समीप खोदी गई। मुख्तार के जनाजे में भारी संख्या में लोग उमड़े थे। चूंकि कब्रिस्तान में सिर्फ परिवार के लोगों को जाने की अनुमति थी।
इसलिए लोग कब्रिस्तान के बाहर जुट गए। कुछ ही देर में हालात ऐसे हो गए कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मुख्तार के परिवार को लोगों से शांत रहने की अपील करनी पड़ी। आखिर में सुबह 11 से 11.30 के बीच मुख्तार को दफना दिया गया।