अयोध्या में रामलला की अलौकिक मूर्ति कर्नाटक के रहने वाले अरुण योगीराज ने बनाई है। श्रीराम की मूर्ति में पूरे विधि विधान से 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा हुई, जिसके बाद भक्तों ने अपने आराध्य प्रभु राम के दर्शन करने शुरू किए। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के दो महीने बाद मूर्तिकार अरुण योगीराज ने एक भगवान श्रीराम की और मूर्ति बनाई है। इसकी जानकारी खुद अरुण ने शनिवार को अपने एक्स हैंडल पर दी। यह मूर्ति हूबहू अयोध्या में स्थापित मुख्य मूर्ति की तरह दिखती है, मगर यह आकार में छोटी है।
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