भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भूटान दौरा बेहम अहम माना जा रहा है। पीएम मोदी के इस दौरे से चीन को सदमा तो जरूर लगा होगा। भूटान की भूमि पर भी चीन निगाहें गढ़ाए बैठा है। ऐसे में भरतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भूटान दौरा यह दर्शाता है कि भारत औप भूटान के संबंधों की जड़ें कितनी गहरी हैं। भारत भूटान के विकास को लेकर आने वाले समय में आगे कदम बढ़ाकर कार्य करने को प्रतिबद्ध नजर आ रहा हैष इसी क्रम में पीएम मोदी के भूटान के शीर्ष नेतृत्व को भरोसा दिलाया कि भारत उसके विकास की आकांक्षाओं में उसका पूरा समर्थन करता है। दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंध कनेक्टिविटी, बुनियादी ढांचे, व्यापार और ऊर्जा क्षेत्रों में अधिक सहयोग का मार्ग प्रशस्त करेंगे। मोदी ने घोषणा करते हुए कहा कि पांच वर्षों में थिंपू को 10,000 करोड़ रुपये की सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि भारत और भूटान के लोगों के बीच आत्मीयता उनके द्विपक्षीय संबंधों को अनूठा बनाती है।