जी हां रिंकू मण्डल उर्फ संचारी मंडल जी की शादी लगभग 13 वर्ष पूर्व, बरवड्डा,दुर्गा मंडप,मंडल बस्ती निवासी, मंटू मंडल के बेटे संजय मंडल से हुई थी। शादी के तीन महीने भी नही बीते थे आपसी विवाद शुरू हो गई संजय मंडल अपने मां बाप के इकलौते बेटे है जाहिर सी बात है की जिम्मेवारी मां बाप की भी है वो भी तब जब पिता मंटू मंडल रिटायर्ड कर चुके हैं और मां बूढ़ी है। मंटू मंडल जी का आरोप है कि उनकी बहू चाइल्ड कंसीव नही कर पा रही थी उन्होंने डॉक्टर को भी दिखाया और पाया की कमी बहु में है । इधर दोनो परिवार में विवाद इतना बढ़ गया की मामला कोर्ट कचहरी तक पहुंच गया। मंटू मंडल का आरोप है की बार बार लड़की के घरवालों ने उन पर मुकदमा की और समझौते के नाम पर कभी दो लाख कभी तीन लाख रुपए उनसे ऐंठ लिया। उधर लड़की वालो का कहना है की ऐसा कुछ भी नहीं है उल्टे उन्होंने रिंकू मण्डल को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया महिला मोर्चा के लोगो ने लड़की वालो का पक्ष लेते हुए मंटू मंडल के घर पर आकर भरी उपद्रव किया और आग में घी डालने का काम किया, जबकि उन्हें दोनो पक्ष को समझा बुझा कर समझौता करवाना चाहिए था। संजय मंडल का आरोप है की उनकी पत्नी अपने मायके वालों की बात सुनती है उनके सेल अजय मंडल उनके घर पर आकर मार पीट करते हैं, रिवॉल्वर दिखाते हैं और धमकाते हैं। अब प्रश्न ये उठता है की कौन सही है और कौन गलत इसका फैसला कानून को करना चाहिए लेकिन जहां मायके वाले, महिला मोर्चा, और कुछ अखबार वाले केवल एक पक्ष को हवा देते रहेंगे तब तक इस मामले को सुलझाना मुश्किल है दूसरी ओर मंटू मंडल इतने भयभीत हैं की आगे कोई भी अनहोनी न घट जाए इसका प्रशासन को ध्यान रखना चाहिए क्योंकि कुछ अखबार वालों ने भी एकतरफा खबर छाप दिया जिसे हम अपने स्क्रीन पर देख सकते हैं। बात अगर मंटू मंडल की किजाये तो उनके परिवार में भी उनकी बेटी और दामाद की भूमिका सक्रिय दिखाई देती है प्रस्तुत है सहयोगी अनुराग के साथ पंकज सिन्हा की रिपोर्ट धनबाद से
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