पश्चिम बर्दवान जिले के आसनसोल के रानीगंज स्थित बल्लभपुर पेपर मिल में पिछले कई महीनो से उत्पादन बंद है वहां के श्रमिकों को उनका बकाया वेतन भी नहीं मिला है इस कारण पेपर मिल कर्मचारी और उनके परिवार आर्थिक संकट में हैं।लोकसभा चुनाव की घोषणा से कुछ घंटे पहले शनिवार की सुबह रानीगंज के पंजाबी मोड़ मे पेपर मिल खोलने और श्रमिकों को उनका बकाया वेतन देने की मांग को लेकर श्रमिक संगठन सीटु की तरफ से एक विरोध रैली निकाली गई।इस मौके पर आसनसोल के पूर्व सांसद और सीटू जिला सचिव बंशगोपाल चौधरी, दो पूर्व विधायक गौरांग चट्टोपाध्याय और रुनु दत्ता और सीपीएम की रानीगंज सचिव सुप्रिया रॉय के नेतृत्व में बल्लभपुर पेपर मिल के मजदूरों के साथ यह विरोध रैली रानीगंज के पंजाबी नीचे मोड़ से शुरू हुआ। इस जुलूस में सीटू और सीपीएम के कार्यकर्ता एवं समर्थक भी मौजूद थे. जुलूस पंजाबी ऊपर मोड़ पर समाप्त हुआ। रैली के बाद पेपर मिल मजदूरों ने राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 19, राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 60 और सर्विस रोड को जाम कर दिया. खबर पाकर रानीगंज थाने की पुलिस मौके पर पहुंच कर प्रदर्शनकारियों से हटाने का अनुरोध किया। विरोध प्रदर्शन के कारण कुछ समय तक इलाके में वाहनों की आवाजाही बंद रही। इस दौरान पूर्व सांसद बंशगोपाल चौधरी ने बंगाल पेपर मिल बंद होने को लेकर राज्य की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस और केंद्र सरकार पर एक साथ हमला बोला. उन्होंने कहा कि राज्य की सत्ताधारी पार्टी इस मिल के मालिक से मिली हुई है. यह पेपर मिल बंद है. एक तरफ केंद्र सरकार इस क्षेत्र में कोयला खदानों को बंद करने की साजिश कर मेहनतकश जनता को मारने की कोशिश कर रही है.वहीं दूसरी ओर राज्य सरकार ऐसी ही सभी फैक्ट्रियों को बंद कर रही है. उन्होंने यह भी कहा कि पेपर मिल खोलने को लेकर कई बार बैठकें हुईं, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला. आज का प्रदर्शन सिर्फ एक नमूना था, 19 मार्च को फिर बैठक होगी. यदि उस बैठक में कोई समाधान नहीं निकली तो बड़ा आंदोलन किया जायेगा। सड़क जाम कर करीब एक घंटे तक प्रदर्शन चला।
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