कोई भी संगठन में एकता तभी कायम रहती है जब संगठन के सारे कार्य सर्वसम्मति और सबके हित को ध्यान में रखकर किए जाएं। लेकिन संगठन में कुछ वरिष्ठ पदाधिकारी इतने महत्वकांछी हो जाते हैं की कनिष्ठ लोगों की अनदेखी करने लगते हैं। यही हुआ धनबाद हांडी विकाश मंच का जिसमें पूर्व पदाधिकारी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया। कि बिगद 11 फरवरी को हाड़ी समाज में वोटिंग कर अध्यक्ष उपाध्यक्ष एवं अन्य अधिकारी की नियुक्ति की गई थी। लेकिन ना हीं किसी पदाधिकारी का सम्मान समारोह हुआ और ना हीं किसी की घोषणा। वहीं पदाधिकारी ने बताया कि प्रेस मीडिया के माध्यम से यह पता चलता है कि सभी का स्वागत समारोह और घोषणा भी हो चुका है लेकिन हम पदाधिकारी हैं और हमें जानकारी तक नहीं है। जिससे यह हाड़ी समाज टूटा हुआ नजर आ रहा है हालांकि पूर्व पदाधिकारी ने बताया कि हमें किसी भी अध्यक्ष और उपाध्यक्ष से कोई दुश्मनी या बैर नहीं है हम सभी समाज यह चाहते हैं कि किसी भी तरह से हाड़ी विकास मंच का जो रजिस्ट्रेशन हुआ है और उसे रजिस्ट्रेशन के माध्यम से हम लोगों को एक पदाधिकारी के रूप में निर्वाचित किया गया उसे आगे बढ़ाया जाए ताकि आने वाले हाड़ी विकास मंच और जितने भी आर्य समाज के लोग हैं वह आगे बढ़े यही हमारे और हम सभी पदाधिकारी का निर्णय है। यदि उनके बातों पर ध्यान नहीं दिया गया तो हांडी समाज में फूट पड़ता तय है। प्रस्तुत है पंकज सिन्हा की रिपोर्ट धनबाद से
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