सड़क किनारे सफेद रंग की प्लास्टिक के दो बोरे जब ग्रामीणाें ने पड़े देखे तो नौगावां सादात पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने दोनों बोरों को खोलकर देखा तो उनमें बैग थे। एक बोरे में धारीदार हरे रंग तो दूसरे में काले रंग का बैग था। बोरों में नीचे बैग तो ऊपर से किसी महिला के कपड़े भरे थे। पुलिस ने बैग खोले तो होश उड़ गए। उनमें महिला का कटा हुआ शव था। शव के 20 टुकड़े किए थे। उसके प्राइवेट पार्ट पर भी वार किए गए हैं। प्रयास के बावजूद मृतका की शिनाख्त नहीं हो पाई है। इस घटना से दिल्ली की श्रद्धा हत्याकांड की यादें ताजा हो गईं। हत्यारों ने महिला की हत्या करने के बाद उसके शव को निर्ममता के साथ काटा है। शरीर का हर एक अंग अलग कर दिया। धारदार हथियार से काटने के साथ ही उसे कुल्हाड़ी से भी काटा गया है। इतना ही नहीं गुप्तांग भी काटे गए हैं। दुष्कर्म से भी इन्कार नहीं किया जा सकता। शव को देखकर एक बात तो साफ है कि जिसने भी महिला की हत्या की है उसकी गहरी रंजिश रही होगी।