ईसीएल मुगमा क्षेत्र के कापासारा आउटसोर्सिंग में ईसीएल प्रबंधन द्वारा बंगाल-बिहार धौड़ा रास्ता के समीप से तार का बेड़ा लगाने का ग्रामीण ने विरोध जताया। ग्रामीणों का कहना है कि ईसीएल प्रबंधन धौड़ा के ग्रामीणों को विस्थापित करे। उसके बाद प्रबंधन आगे का कार्य करे। ग्रामीणों ने प्रबंधन पर वादाखिलाफी करने का आरोप लगाया। उनका कहना है कि प्रबंधन कितने बार ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि आउटसोर्सिंग से सटे धौड़ा के लोगों को पानी, बिजली सहित अन्य सुविधाएं प्रदान करेगी। परंतु आज तक उस पर अमल नहीं किया गया। बल्कि प्रबंधन द्वारा ग्रामीणों को कोई न कोई बखेड़ा खड़ा कर परेशान किया जा रहा है। प्रबंधन आउटसोर्सिंग से सटे तार का बेड़ा न लगाकर धौड़ा की ओर जाने वाली सड़क को काटकर व उससे सटाकर बेड़ा लगाने का काम कर रही है। जो सरासर अनुचित है। उनका कहना है कि प्रबंधन द्वारा बेड़ा लगाने के लिए जहां गड्ढे खोदे गए हैं। वहीं पर खंभे गाड़कर बेड़ा लगावें। परंतु प्रबंधन ऐसा न कर सड़क से सटाकर तार का बेड़ा लगाना चाह रही है। इससे ग्रामीणों को आवागमन करने में परेशानी होगी। ग्रामीणों को साफ कहना है कि प्रबंधन यहां के लोगों को विस्थापित कर अपनी इच्छा अनुसार काम करें हमलोगों को कोई आपत्ति नहीं है। हमलोग कोयला उत्पादन व फेंसिंग का विरोध नहीं करते हैं। बल्कि हमलोगों को उचित न्याय मिले इसके लिए प्रबंधन का विरोध करते रहेंगे। विरोध प्रकट करने वालों में काशीनाथ शर्मा, सीताराम सिंह, दिलीप महतो, सुदामा केसरी, अनिल शर्मा, राम सिंह, बबलू सिंह, मैनेजर यादव, राजेश सिंह, सुधीर शाह, जतन सिंह सहित दर्जनों ग्रामीण शामिल थे।