उपरोक्त विषय पर कई बार आवाज उठाया गया है कि ओवरब्रिज के निर्माण के दौरान काम पर लगाये गये बालु एवं चिपस् जो बाकी बचा हुआ था उसे वहीं छोड़ दिया गया है जिससे वहां कई जानलेवा दूर्घटनाओं का शिकार हुए वाहन चालक, दुर्घटना का शिकार अधिकतम दो पहिया वाहन चालक ही हुये हैं, जिसका मुख्य कारण वहां पड़े बालू तथा चिपस् ही है, दो पहिया का चक्का “स्किड’ करके ही सवारी का खतरा होता गया है, वहीं दूसरी ओर ब्रीज के बीचोबीच कई जगहों में गड्डे भी हो चुकी है जिससे किसी भी समय घातक दूर्घटना का मौका बना हुआ है,, दुखद बात यह है कि, इसे सुधारने हेतु आवाज उठाने के बाद भी कोई उचित कदम नहीं उठाया गया है,,
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