अंडाल थाना क्षेत्र के चंचनी कोलियरी इलाके के रहने वाले 59 वर्षीय ईसीएल कर्मी इतवारी मियां 21 जनवरी को लापता हो गए थे 23 जनवरी को उनका सब एक जंगल से बरामद हुआ पुलिस इस मामले की जांच में जुटी और जांच के आधार पर इतवारी मियां के बेटे अब्दुल हकीम को गिरफ्तार किया था। इस घटना की आगे के जांच को लेकर पुलिस ने आज घटनास्थल पर पहुंचकर आरोपी के द्वारा नाट्य रूपांतरण कराया। नाट्य रूपांतरण के जरिए बेटे अब्दुल हकीम ने बताया कि उन्होंने पहले अपने पिता को टोटो में बैठाया और उनसे यह कहा कि दुकान पर जाना है उसके बाद अब्दुल हकीम अपने पिता इतवारी मियां को जंगल की ओर ले गया फिर पिता के हाथ पैर रस्सी से बंधे और उनके गले में गमछा लपेटकर उनकी हत्या कर दी बात यही ख़त्म नहीं हुई पिता की मौत के बाद उनकी पहचान ना की जा सके इसके लिए अब्दुल ने अपने पिता के चेहरे को पत्थर से कुचल दिया और वहां से निकलते बना। जीस पिता ने अपने बेटे को चलना सिखाया उसे अच्छी परवरिश देने के लिए दिन रात मेहनत की उसे पिता की मेहनत और उनके संस्कारों के आगे एक बेटे को नौकरी प्यारी थी शायद इसीलिए बेटे ने बेरहमी से अपने पिता की हत्या कर दी।वही पुलिस की शुरुआती धारणा यह है कि 59 वर्षीय ईसीएल कर्मी इतवारी मियां तीन महीने बाद ही सेवानिवृत्त हो जाते, उनके बेटे ने अपने पिता की नौकरी पाने की चाहत में ऐसी घटना को अंजाम दिया है. इस घटना को लेकर अंडाल थाने की उखड़ा फाड़ी की पुलिस आगे की जांच कर रही है।
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