दिनांक 28 जून
लोकेशन बीना मध्य प्रदेश
संवाददाता रामकुमार अहिरवार
स्लग- लापरवाही
एंकर -आरपीएफ की लापरवाही से 14 वर्षीय किशोरी लापता, जीआरपी ने 65 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद ढूंढ निकाला किशोरी को, शुक्रवार को बीना रेलवे स्टेशन से किशोरी हुई थी लापता
व्हि ओ -दरअसल शुक्रवार को बीना रेलवे स्टेशन से आरपीएफ की लापरवाही से 14 वर्षीय किशोरी लापता हो गई थी। जिसकी तलाश जीआरपी लगातार करती रही। जबकि शुक्रवार को आरपीएफ जवान को किशोरी रेलवे स्टेशन पर मिल गई थी। जिसे जवान आरपीएफ थाने लेकर पहुंचा। जीआरपी ने 65 घंटे की तलाश के बाद विदिशा के एक गांव से बरामद किया है। जीआरपी से मिली जानकारी के अनुसार कंट्रोल रूम से 14 वर्षीय किशोरी तनु धानक के गुमशुदा होने की सूचना मिली थी। जो अपनी दिव्यांग मां के साथ विदिशा से बीना जोधपुर एक्सप्रेस से आई थी। किशोरी ट्रेन से उतर गई। दिव्यांग मां बेटी के इंतजार में रोती रही। जिसके बाद ट्रेन तो चली गई लेकिन किशोरी आरपीएफ जवान को मिल गई। किशोरी ने आरपीएफ जवान को बताया कि उसकी ट्रेन छूट गई है। और फिर आरपीएफ जवान किशोरी को आरपीएफ थाने लेकर पहुंचा और अधिकारी से बात करने के बाद किशोरी को अकेला छोड़ दिया गया। जिसकी जीआरपी को सूचना देना आरपीएफ ने मुनासिब नहीं समझा। आरपीएफ कि इस लापरवाही ने जीआरपी की नींद उड़ा दी। वही मीडिया के सवालों पर आरपीएफ अधिकारी झूठ पर झूठ बोलते रहे। यहां तक कि आरपीएफ ने जीआरपी को भी गुमराह किया। आरपीएफ अधिकारी का कहना था कि किशोरी आरपीएफ को नहीं मिली। जबकि सीसीटीवी फुटेज में किशोरी को आरपीएफ जवान के साथ देखा जा सकता है। आरपीएफ की लापरवाही से किशोरी किसी दुर्घटना का शिकार हो सकती थी। जीआरपी थाना प्रभारी अजय सिंह धुर्वे ने बताया कि किशोरी को ढूंढने में 65 घंटे का समय लगा । किशोर जी को ढूंढने के लिए टीमें बनाकर भोपाल इटारसी और विदिशा रवाना किया गया था। फिलहाल किशोरी अपने मां-बाप के साथ घर जाना नहीं चाहती जिसे एनजीओ कि के सुपुर्द किया गया है। जिसके बाद किशोरी को बालाश्रम भेजा जाएगा
बाइट अजय सिंह धुर्वे थाना प्रभारी जीआरपी
बाइट तनु बंसल