मामला पलेरा मार्ग पर पड़ने वाले बेला, जिला-टीकमगढ़ (मध्य प्रदेश )गांव की है जहां पर एक किसान की मां और पुत्र अपनी भैसो को चरा रहे थे कि तभी अचानक तो भैसे करंट की चपेट में आ गई किसान के लड़के ने बहुत कोशिश की कि वह बिजली के तार को निकाल दे लेकिन वह भी करंट की चपेट में आने से बाल-बाल बचा उसको भी करंट के झटके लगे ग्रामीणों का कहना है कि पूरे बेला गांव में एक ही डीपी है उस पर सैकड़ों की तादाद में पर डाले गए हैं कुछ तार तो ऐसे भी हैं जो लोहे के गेट के ऊपर भी डाले गए हैं उससे कभी भी कोई अप्रिय घटना हो सकती है जहां भी देखो खेतों में देखो छत के ऊपर या निकलने वाली रास्ते में हर जगह तार ही तार नजर आते हैं ग्रामीणों से जब पूछा गया कि इसकी शिकायत बिजली विभाग में की कि नहीं तो उन्होंने बताया कि हा की है लेकिन कोई कार्यवाही नहीं होती और उन्होंने बताया कि 181 पर भी कई बार शिकायत कर चुके है और ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि जो बिजली विभाग का कर्मचारी है वह है यहां आते हैं और पार्टी कर कर चले जाते हैं इस बारे में पूछा गया कि अभी बिजली बिभाग का कोई कर्मचारी आया था कि नहीं तो उन्होंने बताया कि आया था वह देख कर चले गए और उन्होंने कहा है कि जब पैसे जमा होंगे तभी सही करवाएंगे किसान पुत्र और मां का रो रो कर बुरा हाल है उनका कहना है कि हमने अपने जीवन यापन के लिए भैंस पाली थी कि उसके दूध से अपनी गुजर-बसर कर सकें ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन से विनम्र निवेदन है कि फरियादी को उचित मुआवजा दिलवाने का कष्ट करें।
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