दिनांक 21 दिसम्बर दिन रविवार को, घर से शॉपिंग के लिए बताकर निकली निशा भगत का शव धनबाद बैंक मोड स्थित श्री राम प्लाजा के तीसरे मंजिल स्थित म्यूचुअल फंड के कार्यालय से सोमवार को निकाला गया । निशा भगत धनबाद के मनाई ताड़ सिंघाड़ा तालाब के पास रहनेवाले दिपक भगत की पुत्री है दीपक भगत पेशे से एक किसान बताए जाते हैं। निशा भगत उसी म्यूचुअल फंड के कार्यालय में कार्य करती थी जहां के ब्रांच मैनेजर जिस पर कत्ल आरोप लग रहा है कि उसने ही निशा भगत का कत्ल किया है cc TV footage में रवि वार को ऑफिस से निकलते हुए भी देखे गए हैं आश्चर्य तो ये है रविवार को अवकाश होने पर भी म्यूचुअल फंड का कार्यालय खुला कसे ? 7 दिसंबर को निशा का विवाह हो गया था फिर वो वहा क्या करने गई थी क्या उसे फोन करके बुलाया गया था? क्या निशा की हत्या सुनियोजित थी ? आखिर क्या मामला है अभी कुछ स्पष्ट नहीं हो पाई है । पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्ट मार्टम करवा कर शव को उनके माता पिता को सौंप दिया और जब newz India 24 ki टीम उनके घर पहुंची तो शव दाह संस्कार के लिए ले जाया जा चुका था। म्यूचुअल फंड का कार्यालय भी वर्किंग डे होने के बावजूद बंद पड़ा था प्रस्तुत है सहयोगी अनुराग के साथ पंकज सिन्हा की रिपोर्ट धनबाद से
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