सीमावर्ती महाराष्ट्र राज्य की तर्ज पर यहां पर दीपावली की अपेक्षा अमावस के दिन पोला पर्व पर पशुधन को किसानों द्वारा सजा धजा कर नगर सहित ग्रामीण क्षेत्र में भी पोला पर्व धूमधाम से मनाया गया । नंदी को स्नान कराकर शरीर पर रंग बिरंगी छापे, सिंग पर गुब्बारे , गले में घुंगरू, मस्तक पर गोंडे, नवीन परिधान और अन्य सामग्री से सजाकर आकर्षक रूप दिया गया ।किसानों द्वारा अपने पशुधन को हनुमान मंदिर की परिक्रमा का सिलसिला शुरू करवाया जो देर शाम बजे थमा। परिक्रमा के बाद गृहणियों ने पूजन किया । इस दिन किसान परिवारों में विशेष रूप से पूरन पोली का व्यंजन भी बनाया जाता है । परिषद द्वारा बेल सजाओ प्रतियोगिता भी आयोजित हुई । जिसमें प्रथम पुरस्कार 1101 मितेश अहिरवार, द्वितीय पुरस्कार ₹701 संतोष डोंगर कोली , तृतीय पुरस्कार ₹501 राजेंद्र प्रसाद अग्रवाल पानसेमल ने जीता। वही खेतिया नगर में भी हर्षोल्लास के साथ पोला पर्व मनाया गया जिसमें बैंड बाजों के साथ पशुओं को नगर में घुमाया साथ ही स्थानीय हनुमान मंदिर में पशुधन की परिक्रमा करवाई। पानसेमल नगर में नगर परिषद द्वारा आवश्यक व्यवस्थाएं की गई थी। शहरों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में भी पोला पर्व धूमधाम से मनाया गया पानसेमल नगर में गणमान्य नागरिक सहित नगर परिषद के कर्मचारी गण मौजूद रहे।
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