रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) तापस ड्रोन परियोजना जारी रखेगा। सूत्रों ने कहा कि एक सशस्त्र बल ने अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में आपरेशन के लिए तापस ड्रोन का उपयोग करने में रुचि दिखाई है। इसका उपयोग निगरानी और टोही गतिविधियों के लिए हो सकता है।