नव वर्ष के पहले पर्वआज सोमवार भी है और आज ही मकर संक्रांति है और देवघर बाबा नगरी में भोलेनाथ को तिल अर्पित कर यह पर्व मनाया जा रहा है l ऐसा माना जाता है कि इस दिन से सूर्य का मकर राशि में प्रवेश होता है यानी मकर संक्रांति दान, पुण्य की पावन तिथि है. इसे देवी देवताओं का दिन भी कहा जाता है. इसी दिन से सूर्य उत्तरायण हो जाते हैं. देवघर के बाबा मंदिर में मकर संक्रांति के मौके पर सुबह की पूजा में सब सर्वप्रथम बाबा भोलेनाथ के शिवलिंग पर काला तिल अर्पित किया गया देवघर में ऐसी मान्यता है कि बाबा भोलेनाथ को तिल चढ़ाकर ही लोग अपने घर में मकर संक्रांति का पर्व मनाते हैं, पुरोहितों और स्थानीय लोगों ने आज बड़ी तादाद में भोलेनाथ को तिल चढ़ाया और आशीर्वाद लिया बढ़ती भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन और मंदिर प्रबंधन के द्वारा व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त कर ली गई थी आज के दिन दान पुण्य करने का विशेष महत्व होता है ।
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