भारत और मालदीव के रिश्तों की कथित कड़वाहट के बीच चीन और मालदीव के संबंधों पर भी दुनियाभर की नजरें हैं। दोनों देशों के राष्ट्रपतियों की मुलाकात के बाद 20 से अधिक करारों पर हस्ताक्षर हुए। अब ताजा घटनाक्रम में चीन ने मालदीव के समर्थन में बयान दिया है। चीन ने सख्त संदेश देते हुए कहा है कि वह मालदीव में ‘बाहरी हस्तक्षेप का दृढ़ता से विरोध करता है।’ राष्ट्रपति मुइज्जू के दौरे के बाद जारी बयान में चीन ने कहा, मालदीव की संप्रभुता और स्वतंत्रता को बनाए रखने में चीन पूरा समर्थन करेगा। मालदीव-चीन संबंध पर यह बयान ऐसे समय में आया है जब राष्ट्रपति जिनपिंग की नीतियों के समर्थक माने जाने वाले मुइज्जू की सरकार के तीन मंत्रियों ने हाल ही में पीएम मोदी के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की थी। बड़बोले मंत्रियों के कारण भारत के साथ कूटनीतिक विवाद में उलझे मालदीव को कई कार्यक्रम रद्द करने पड़े हैं। मालदीव जाने वाले भारतीय पर्यटकों में भी रोष है। मालदीव का बहिष्कार सोशल मीडिया के टॉप ट्रेंड में शामिल रहा है।
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