ओ अभ्यागत…करते स्वागत…इस शिविर नगर में अभिनंदन। अयोध्या की सनातन परंपरा रही है अतिथियों के सत्कार की चिंता। तभी तो रामनगरी के भीतर शिविर नगर बसे हैं। एक नहीं अनेक। इन अस्थायी नगरों में 15 से 20 हजार लोगों के भोजन-आवासन का प्रबंध रहेगा। सबसे पहले आपको ले चलते हैं बाग बिजेसी के तीर्थ क्षेत्र पुरम। उपनगर सा है यह। इस उपनगर के भीतर छह लघु नगर हैं। व्यवस्थापक इन लघु नगरों को नगर की ही संज्ञा देते हैं। इन नगरों का नामकरण भी है। उन विभूतियों के नाम, जो राम मंदिर आंदोलन में अग्रणी रहे। महंत परमहंस रामचंद्र दास नगर, महंत अवेद्यनाथ नगर, स्वामी वामदेव नगर, मोरोपंत पिंगले नगर, ओंकार जी नगर, अभिरामदास नगर। तीर्थ क्षेत्र पुरम में छह भोजनालय हैं।
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