अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का मौका हो, तो भला काशी के डोम परिवार को कैसे भूला जा सकता है? संत, VHP और RSS की तरफ से एक टीम काशी में श्मशान पर अंतिम संस्कार करने वाले डोमराजा परिवार को 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण देने पहुंची. काशी के लिए यह पहला मौका था, जब किसी को सपत्नीक राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में जाने का निमंत्रण मिला है. 2014 में भी सुर्खियों में आया था परिवार इससे पहले भी इस परिवार का नाम साल 2014 में उस वक्त सुर्खियों में आया था, जब परिवार के बड़े बेटे जगदीश चौधरी नरेंद्र मोदी के 5 चुनाव प्रस्तावकों में से एक बने थे. जगदीश चौधरी को मरणोपरांत पद्मश्री सम्मान से नवाजा गया. इससे पहले भी राम जन्मभूमि आंदोलन में सभी को जोड़ने के लिए काशी के डोमराज परिवार में सहभोज का आयोजन हुआ था. इसमें देशभर से संत-महात्मा उपस्थित हुए थे.
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