सर्वोदयपुरी गांव में एक वृद्ध दंपती की आग से झुलसकर मौत हो गई। मिली जानकारी के अनुसार सर्वोदय पुरी निवासी 60वर्षीय मुंशी मांझी एवं उनकी पत्नी बसंती देवी सोमवार की रात खाना खाने के बाद बोरसी से आग ताप रहे थे। वहीं सोने के दौरान बोरसी को खाट के नीचे रख दिया। बोरसी की आग के तपिश से खाट में आग पकड़ लिया और देखते ही देखते बिछावन को भी अपने चपेट में ले लिया। वहीं नींद के आगोश में सोए वृद्ध दंपति भी इस आग में बुरी तरह झुलस गया। शोर सुनकर पड़ोस के लोग मौके पर पहुंचकर दोनों को इलाज के लिए सीएचसी फतेहपुर में सोमवार की देर भर्ती कराया। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए मगध मेडिकल कॉलेज सह अस्पताल गया रेफर कर दिया गया। वहीं मंगलवार की अगले सुबह दोनों की मौत हो गयी। परिजनों के द्वारा घटना को लेकर मगध मेडिकल थाना में फरद बयान दर्ज कराया गया। जिसके बाद शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। इस भीषण आगलगी की घटना को लेकर फतेहपुर के प्रशासनिक अधिकारियों को पंचायत के जनप्रतिनिधि एवं परिजनों द्वारा सूचना नहीं दी गयी थी। जिसके कारण पीड़ित परिवार को मंगलवार को सरकारी सहायता नहीं मिल सकी। बीडीओं राहुल रंजन ने बताया कि घटना की जानकारी मंगलवार की देर शाम प्राप्त हुई है। बुधवार को परिजनों से मिलकर उन्हें परिवारिक लाभ का मुआवजा दिया जाएगा। वहीं सीओ ने बताया कि मंगलवार को 4:00 बजे करीब गया से किसी ने फोन कर घटना की जानकारी दी थी। सरकार के द्वारा आपदा राहत के तहत मिलने वाली मुआवजे के लिए जो प्रक्रिया होगी इसके लिए बुधवार को कर्मचारी भेज कर जायजा कर लिया जाएगा।वहीं थाना प्रभारी कुमार सौरभ ने बताया कि घटना की कोई जानकारी उन्हें नहीं मिली है अगर मगध मेडिकल थाना में बयान दर्ज किया गया है तो फतेहपुर थाना में बयान की कॉपी आने के बाद युडी केस दर्ज किया जाएगा।
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