केंद्र सरकार जो नया कानून लेकर आई है उसे लेकर नये साल २०२४ के पहले दिन यानी सोमवार से कतरी नदी स्थित टेकर टेम्पु स्टेंड के चालक संघ ने हड़ताल की और विरोध प्रदर्शन भी किया. चालक एकत्र होकर सुबह से ही इस कानून का विरोध करते रहे. टेम्पु चालकों ने एकजुटता दिखाते हुए इस नए कानून का विरोध कर रहे हैं. इस दौरान प्रदर्शनकारियों की कोशिश है कि प्राइवेट बस चालक और एंबुलेंस के चालकों को भी इसमें शामिल किया जाए. चालक संघ के विशाल सिन्हा ने बताया कि चालक खुद नहीं चाहते हैं कि हादसा हो पर दुर्घटनाएं अचानक होती हैं. सरकार ने अब दुर्घटना पर सीधे सीधे चालक को दोषी मानने का कानून बनाया है. इसमें दस साल की सजा के साथ ही अर्थदंड का भी प्रावधान किया गया है. इसी के विरोध में हड़ताल शुरू हुई है और आगे भी जारी रहेगी. बतादे कि चालकों के लिए बनाए जा रहे नए कानून को लेकर वाहन चालकों में आक्रोश है. स्टेंड के चालकों ने वाहनों का संचालन बंद किया है. रोडवेज ड्राइवरो ने बस चलाने से मना किया है. उनका कहना है कि जब तक कानून पर रोक नही लगेगी वाहन नहीं चलाएंगे. सैकड़ो की संख्या में यात्री स्टेंड में एकत्रित हैं और यात्रियों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है.सभी रोडवेज स्टेंड में टेम्पु खड़ी है. चक्का जाम का संगठन ने आह्वान कर दिया गया है. देशभर में हड़ताल भी शुरू हो चुकी है. भारतीय न्याय संहिता २०२३ में संशोधन के बाद आए नए हिट एंड रन के मामलों में जो भी दोषी ड्राइवर होंगे उन पर ७ लाख रुपये का जुर्माना किया जाएगा और १० साल का कैद का प्रावधान किया गया है।
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