आज DRDO का 66वां स्थापना दिवस है। डीआरडीओ का गठन 1958 में भारतीय सेना के पहले से चल रहे तकनीकी विकास प्रतिष्ठान (TDEs) और रक्षा विज्ञान संगठन (DSO) के साथ तकनीकी विकास एवं उत्पादन निदेशालय (DTDP) को मिला कर किया गया था। मौजूदा समय में DRDO के पास पांच हजार वैज्ञानिक हैं। इसके साथ ही इसके पास करीब 30 हजार कर्मी भी हैं। इसकी स्थापना विश्व स्तरीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी स्थापित करके भारत को समृद्ध और हमारी रक्षा सेवाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी प्रणालियों और समाधानों से लैस करके निर्णायक बढ़त प्रदान करने के लिए की गई थी। रक्षा क्षेत्र में इसके योगदान के मद्देनजर कहा जा सकता है कि ये अपने स्थापना के उद्देश्य को चरितार्थ करता है।