ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड के नव-नियुक्त अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक समीरन दत्ता ने शुक्रवार को ईसीएल मुख्यालय स्थित सम्मेलन कक्ष में पत्रकारों के साथ एक परिचयात्मक बैठक की। इस दौरान उनके साथ ईसीएल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अर्पण घोष, जनसंपर्क अधिकारी मनीष भंडारी, बिट्टू कुमार उपस्थित थे। इस दौरान समीरन दत्ता ने उपस्थित सभी पत्रकारों से परिचय किया तथा पत्रकारों के सवालों का जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने ईसीएल का उत्पादन बढ़ाने, हर क्षेत्र में ईसीएल के समस्याओं का समाधान कर विकास पथ पर ले जाने की बात कही। इस विषय पर उन्होंने पत्रकारों से सुझाव मांगे। जिस पर पत्रकारों ने ईसीएल के अस्पतालों में इलाज के लिए नई मशीनें लगाने डॉक्टरों द्वारा मरीजों की अच्छी तरह से इलाज करने, इलाज में नई तकनीक का इस्तेमाल करने सहित कई तरह के सुझाव दिए जिसे सीएमडी ने पूरा करने का संकल्प लिया। इस दौरान ईसीएल की जमीन पर अवैध कब्जा, अवैध कोयला खदान, कोयला चोरी, सहित ईसीएल में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर सवाल उठाए गए। इसके अलावे पुनर्वासन के लंबित मामले, ब्लास्टिंग को लेकर आसपास के घरों में पड़ रही दरारें को लेकर भी सवाल उठाए गए। जिसका सीएमडी ने समुचित उत्तर दिया। ब्लास्टिंग को लेकर उन्होंने रीपर सिस्टम इस्तेमाल करने की बात कही जिससे कंपन कर कोयले को ढीला कर दिया जाएगा। जिससे ब्लास्टिंग की जरूरत नहीं पड़ेगी। पुनर्वासन को लेकर उन्होंने संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक करने की बात कही। कोयला चोरी रोकने के उपाय के विषय में उन्होंने कहा कि कोयला चोरी रोकने के लिएनई तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है जो की आई ट्रिपल सी के अंतर्गत होगा। इस टेक्नोलॉजी में बूम बैरियर जिससे कोई घुसपैठ ना कर पाए, ट्रक का जीपीएस सिस्टम जिओ फैंसी के तहत करने, इसके अलावा ट्रक की गतिविधियों पर नजर जिसे ट्रक रास्ते में कहीं ना रुके। इसके लिए इसके लिए उन्होंने टेंडर कर देने की बात भी बताई। स्थानीय प्रशासन के साथ सामंजस्य स्थापित कर चोरी को रोकने की बात कही। साथ ही उन्होंने सीआईएसएफ को और मजबूत बनाने को कहा। कोयला चोरी की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई ना होने के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि इस विषय को दिखा जाएगा कि शिकायत मिलने पर त्वरित कार्रवाई हो। सबसे पहले सीएमडी ने उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया उन्होंने कहा कि प्रतिदिन एक लाख टन कोयल का उत्पादन का लक्ष्य है जो की कल एक लाख 75 हजार टन हुआ है। आने वाले समय में यह टारगेट 2 लाख टन तक करने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि उत्पादन बढ़ने से ईसीएल आर्थिक रूप से समृद्ध होगा जिससे सभी कार्य आसानी से हो पाएंगे।
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