चंद्रमा पर अगले दो दशक में इंसान पहुंच जाएगा।देश अपने-अपने बेस बनाएंगे।सवाल ये उठता है कि बिना बिजली के रोशनी कैसे आएगी।न तो चांद पर पानी है,न ही हवा।न तो हाइड्रोपावर प्लांट लग सकते हैं।न ही पनबिजली की कोई व्यवस्था।कुछ बुद्धिमान लोग जवाब देंगे सोलर पावर की लेकिन अगर आप अंधेरे वाले हिस्से में है तब क्या? उत्तरी आयरलैंड के बेलफास्ट में हाल ही में एक स्पेस कॉन्फ्रेंस हुआ।जिसमें दुनिया की सबसे लग्जरी कार बनाने वाली कंपनी रोल्स रॉयस (Rolls Royce) ने मिनी परमाणु संयंत्र का मॉडल प्रदर्शित किया।यह 120 इंच लंबा मिनी न्यूक्लियर रिएक्टर है।इस संयंत्र के जरिए चांद पर बनने वाली इंसानी बस्ती को लगातार बिजली सप्लाई होती रहेगी।
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