जी हां गुरु गोविंद सिंह के चार पुत्र लड़ते हुए जिस वीरता से जन कल्याण के लिए शाहिद हो गए उनकी वो वो शहादत धर्म के लिए जीना और धर्म के लिए वीर गति को प्राप्त करने की न सिर्फ प्रेरणा देता है बल्कि नमन करने योग्य है उसी दिन की याद में बीर बाल दिवस मनाई जाती है । धनबाद के बरमसिया स्थित गुरुनानक कॉलेज में आज दिनांक 26 दिसम्बर दिन मंगलवार को उन चार बालकों के जीवन चरित्र को कॉलेज के छात्र छात्राओं नाट्य कला के माध्यम से सबके दिलों में उन यादों को ताजा कर दिया प्रस्तुत है पंकज सिन्हा की रिपोर्ट धनबाद के गुरुनानक कॉलेज से।
Posted inJharkhand