जी हां धनबाद के राजकमल सरस्वती विद्या मंदिर का भव्य वार्षिकोत्सव 20 दिसंबर दिन बुधवार को संपन्न हुआ। इस समारोह में चार चांद लगाने कई सुप्रसिद्ध सितारे भी पधारे जिनका यथोचित सम्मान किया गया। विद्यालय के भैया और बहनें जिन्होंने एक से बढ़ कर एक उपलब्धियां विविध क्षेत्रों में प्राप्त की है उनका भी यथोचित सत्कार कर प्रोत्साहित किया गया साथ ही अपने अपने क्षेत्रों में वर्ष भर उत्कृष्ट योगदान देने वाले आचार्य वृंद को भी सम्मानित किया गया परंतु सबसे अधिक आकर्षण का केंद्र रहा भैया और बहनों के द्वारा अदभुत, दिव्य, विविध विषयों,संस्कृतियों, भाषाओं,पर आधारित, पुरातन से लेकर आधुनिकतम सांस्कृति कार्यक्रम जिसने कार्यक्रम मंडप में बैठे हज्जरो की संख्या में दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर करतल ध्वनि करने पर विवश कर दिया। वास्तव में यह कार्यक्रम वर्ष भर हुए क्रिया कलाप की समीक्षा थी जिसने दूसरे सभी विद्यालयों को यह सोचने पर विवश कर दिया कि विद्यार्थियों में शिक्षा के साथ साथ नैतिकता,संस्कार ,संस्कृति ,देशभक्ति और दूसरे सभी क्षेत्रों में सर्वांगीण विकास आज के समय के हिसाब से आवश्यकता बन गई है प्रस्तुत है सहयोगी मिथिलेश बाबा के साथ पंकज सिन्हा की रिपोर्ट धनबाद के राजकमल सरस्वती विद्या मंदिर से
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