जय दादी की। धन्य है झरिया, जहां प्रति वर्ष श्री रानी सती दादी जी का हर उत्सव भक्त जन बड़े ही धूम धाम से मनाते हैं फिर चाहे जन्मोत्सव हो या विवाह की वर्षगांठ,उत्साह, श्रद्धा, और भक्ति के साथ साथ धूम धाम की कोई कमी नहीं होती है। झरिया के लछमनिया मोड़ स्थित श्री राणी सती मंदिर में मंगसिर नवमी के दिन प्रातः 6 बजे मंगला आरती और पंचधारी भोग प्रातः 8 बजे बूंदिया भोग और प्रातः 10 बजे दादी जी को खीर पुड़ा भोग लगा कर प्रसाद वितरण किया गया मंदिर को विभिन्न प्रकार के फ़ूलों और विद्युत से सजाया गया शाम में अनेक प्रकार के फ़ूलों से दादी जी का भव्य सिंगार किया गया विभिन्न तरह के छप्पन किस्म के मिष्ठान आदि से दादी जी को सामूहिक छप्पन भोग लगाया गया पूजा पंडित मुन्ना शास्त्री द्वारा करायी गयी स्थानीय कलाकारों द्वारा एक से बढ़कर दादी जी के भजन प्रस्तुत किए गए देर रात तक भजनों के धारा में गोता लगाते रहे भजन के बाद श्री राणी सती दादी जी का जन्मदिन केक काट कर मनाया गया आरती के बाद मंगसिर नवमी महोत्सव दो दिवसीय का समापन बड़े धूमधाम से हुआ । प्रस्तुत है पंकज सिन्हा की रिपोर्ट झरिया के रानी सती दादी मंदिर से।
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