जी हां आज कल सभी लोग अपने अपने जातियों, प्रान्तो और समुदायों के लोग अपनी एकता और अखंडता को लेकर समाज के मुख्य धारा में सुर्खियों आना चाह रहे हैं । चाहे आदिवासी हों या मारवाड़ी करनी सेना हो या बंगाली सोसायटी। भला ऐसे में गुजराती समाज कहां पीछे रहने वाला है । धनबाद। कोलफील्ड गुजराती समाज (सीजीएस) के द्वारा आयोजित दो दिवसीय रजत जयंती समारोह के पहले दिन न्यू टाउन हॉल में गुजरात की झलक देखने मिली। पूरा हॉल की गुजराती थीम पर साज सज्जा की गई थी। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि सांसद पशुपतिनाथ सिंह, विशिष्ट अतिथि धनबाद विधायक राज सिन्हा, झरिया विधायक पूर्णीमा नीरज सिंह, कोयला प्रक्षेत्र के डीआइजी मयूर कन्हैया लाल पटेल, सीजीएस के वाइस चेयरमैन कमल संघवी, अध्यक्ष यमेश त्रिवेदी, अखिल भारत गुजराती समाज के अध्यक्ष हिमांशु मेहता, पूर्व अध्यक्ष परेश चौहान सहित अन्य गणमान्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर किया। समारोह को संबोधित करते हुए सांसद पशुपतिनाथ सिंह ने कहा कि कोयलांचल के विकास में गुजराती समाज का गौरवपूर्ण इतिहास रहा है। शिक्षा, स्वास्थ्य, व्यवसाय, धर्मशाला, मार्केट कंपलेक्स, झरिया में पहली प्राइवेट बैंक, तेनुघाट डैम का निर्माण इत्यादि में महत्वपूर्ण भूमिका रही है। धनबाद विधायक राज सिन्हा ने रजत जयंती की शुभकामना देते हुए कहा कि कोलफील्ड के विकास में समाज का अतुल्य योगदान रहा है और सेवा में गुजराती हमेशा आगे रहते हैं। झरिया विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह ने कहा कि गुजराती समाज से व्यवस्था और अर्थव्यवस्था सीखनी चाहिए। जहां गुजराती बसते हैं वहीं गुजरात बन जाता है। यहां के गुजराती यहां की संस्कृति में घुल मिल गए हैं। इसके बाद अयोध्या में निर्मित श्री राम मंदिर पर राम एवं शिव परिवार नृत्य, नारी शक्ति पर कार्यक्रम, राजस्थानी डांस, हेलारो रस, अठंगो (साड़ी बांधकर नृत्य करते हुए चोटी बनाना और उसे पुनः खोलना), कृष्णा सार तथा समाज की वरिष्ठ महिलाओं द्वारा घड़ा रास प्रस्तुत किया गया। मौके पर सैकड़ो के संख्या में जिले भर के गुजराती समुदाय के लोग मौजूद थे प्रस्तुत है सहयोगी मिथिलेश बाबा के साथ पंकज सिन्हा की रिपोर्ट धनबाद के न्यू टाउन हॉल से
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