मध्य हिमालयी राज्य अरुणाचल प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड भूस्खलन की दृष्टि से बेहद संवेदनशील हैं। जियोलाजिकल सर्वे ऑफ इंडिया (जीएसआइ) की ओर से देशभर में कराए गए राष्ट्रीय भूस्खलन संवेदनशीलता मानचित्रण के आंकड़े से यह तस्वीर सामने आई है। कुल 53483 वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल वाले इस राज्य का 39000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र भूस्खलन की दृष्टि से संवेदनशील आंका गया है। इस क्षेत्र में वर्ष 2021-22 तक 14780 जगह भूस्खलन हो चुका है। इस दृष्टिकोण से उत्तराखंड देश में तीसरे स्थान पर है, जबकि अरुणाचल प्रदेश पहले और हिमाचल दूसरे स्थान पर है।
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