जमुई जिले के सिकन्दरा प्रखंड के भूल्लो पंचायत में प्रखंड विकास पदाधिकारी, मनरेगा पदाधिकारी, रोजगार सेवक, मुखिया, एवं मुखिया के बिचोलिया का द्वारा पंचायत के जलछाजन, अमृत सरोवर तालाब में जेसीबी से काम कराना मतलब मनरेगा योजना कानून का धज्जियां उड़ाया, इनसभी पदाधिकारी मुखिया की लापरवाही कहे या मनमानी, जेल में बंद केदी भी मनरेगा योजना में काम किया उक्त कैदी संतोष कुमार जॉब कार्ड संख्या-1899/ वर्क कोड05550009006/ न ic/20400167 केनाल में काम किया। हद तब हो गई जब एक मृत मजदूर काम कर रहे है।मनरेगा योजना में और पैसे भी चला गया खाते में, अमृत सरोबर योजना भूल्लो पंचायत में, उक्त व्यक्ति की मृत्यु प्रमाण पत्र बना है17/5/2022 का एवं16/5/2022 के बाद भी मनरेगा योजना में काम कर रहा है मतलब मरने के बाद भी योजना का लाभ मिल रहा है। ग्रामीणों के द्वारा पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, मनरेगा पदाधिकारी को आवेदन देने एवं बिरोध करने पर भी कुछ कारवाई नही हुई है। भुल्लों पंचायत हाइस्कूल की चारदिवारी पुराने दिवार पर ही पिलर खड़ा कर दिया। एवं पुरानी दिवारे पर न्यू दिवारे दी जा रही है, काली मंन्दिर में पुरानी दिबार पर न्यू दिवार बनाया गया, इसी पुरानी दिवार पर समुदाय भवन बनाया जा रहा है, जबकि भूल्लो पंचायत के ग्रामीण बिरोध किया लेकिन पंचायत के मुखिया मनबडू होने के कारण पंचायत के सभी योजना में अपने मनमर्जी से काम कराते है। इस खबर की पुष्टि तथ्यों, वायलर विडियो, फोटोग्राफी, आवेदन पत्र सबूत के आधार पर, एवं मुखिया के बिचोलिया के ब्यान पर पुष्टि खबर की हुई है। मनरेगा पदाधिकारी, रोजगार सेवक, मुखिया एवं बिचोलिया के मिलीभगत से मनरेगा योजना, रोड़, नाली, चारदिवारी, अमृत सरोबर योजना में भारी लूट विकास का गंगा बह रही है।
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