आज दिनांक 15/11।2023 को धनबाद में भगवान बिरसा मुंडा जयंती समारोह आयोजित किया गया,इस अवसर बोलते जगत महतो ने बताया कि झारखन्ड आंदोलन कारी को राज्य सरकार से जो सुविधा मिलना चाहिए झारखन्ड स्थापना के 23 वर्ष बाद नही मिला। भगवान बिरसा मुंडा जिनका जन्म जिनका जन्म एक गरीब जनजाति परिवार में हुआ था पिता का नाम सुगना मुंडा माता का नाम कुर्मी मुंडा था, उनका जन्म 15. 11. 1875 को खूंटी जिला के हुलीहाट गांव में हुआ सलगा गांव में प्रारंभिक पढ़ाई के बाद चाईबासा जी ई एल विद्यालय से आगे शिक्षा ग्रहण की भारतीय आदिवासी स्वतंत्रता सेनानी मुंडा जाति के लोकनायक थे उन्होंने बंगाल प्रेसीडेंसी शताब्दी आंदोलन का नेतृत्व किया भारत के आदिवासी उन्हें भगवान मानते हैं उन्हें धरती आवा के नाम से भी जाना जाता है 3 फरवरी 19 यू00 को चक्रधरपुर के जमकोपाई के जंगल से अंग्रेजों ने गिरफ्तार किया 9 जून 1900 को 25 वर्ष के आयु में रांची जेल में उनकी मृत्यु हो गई। सहयोगी अजीत कुमार के साथ दिलीप कुमार मिश्रा।
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