दुर्गापुर – विलुप्त होते जा रहे वोनेदी दुर्गापूजा के इतिहास पर कल्चरल एंड लिटरेरी फॉरम ऑफ़ बंगाल…

दुर्गापुर के एक निजी हाल में कल्चरल एंड लिटरेरी फॉरम ऑफ बंगाल के दुर्गापुर महकमा शाखा के द्वारा गुरुवार को एक प्रेसवार्ता आयोजित किया गया। इस प्रेसवार्ता में मुख्य रूप से फार्म के अध्यक्ष जितेंद्र तिवारी, संतोष मुखर्जी, कल्याण दास गुप्ता, शौकत चटर्जी उपस्थित है. इस दौरान फार्म के अध्यक्ष जितेंद्र तिवारी ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि बंगाल में बोनेदी पूजा को लेकर ही दुर्गा पूजा की शुरुआत हुई थी लेकिन आज के समय में लंबे समय से चलते आ रहे बोनेदी दुर्गा पूजा कहीं ना कहीं विलुप्त होते जा रहे हैं इसीलिए कल्चरल एंड लिटरेरी फॉरम ऑफ बंगाल ने सिद्धांत लिया है कि पूरे बंगाल में बनेदी दुर्गा पूजा पर सर्वे कर एक डाटा तैयार किया जाएगा और इस पूजा के इतिहास पर एक पुस्तिका प्रकाशित की जाएगी। जितेंद्र तिवारी ने कहा कि आज के समय में लोग मां दुर्गा की प्रतिमाओं की ओर कम और अलग-अलग थीम पर आधारित पूजा मंडपों की ओर अधिक आकर्षित हो रहे हैं जबकि बोनेदी दुर्गापूजा यानी पारिवारिक दुर्गा पूजा 100 200 सालो पहले से किया जा रहा है लेकिन इसका कोई सटीक उत्तर नहीं है कि पश्चिम बंगाल में कितने बोनेदी दुर्गा पूजा होते हैं इसीलिए कल्चरल एंड लिटरेरी फॉरम ऑफ बंगाल के द्वारा बोनीरी दुर्गा पूजा के इतिहास पर जल्द ही पुस्तिका प्रकाशित की जाएगी ताकि लोग ज्यादा से ज्यादा इसे जान सके. जितेंद्र तिवारी ने कहा कि इसकी शुरुआत पश्चिम बर्दवान जिले से की जाएगी इसके बाद यह धीरे-धीरे पूरे पश्चिम बंगाल में सर्वे किया जाएगा

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