बिहार में जातीय गणना हुआ है। इसको लेकर अल्पसंख्यक समुदाय के लोग उत्साहित है। यह देखा जा रहा है कि ये लोग अपनी भागदारी की बात कर रहे हैं और महागठबंधन भी कहता है कि जिसकी आबादी ज्यादा होगी उसकी भागीदारी ज्यादा होगी। महागठबंधन भी चाहता है कि महागठबंधन से एक उपमुख्यमंत्री बने। साफ सुथरा छवि का हो और सर्वमान्य हो अल्पसंख्यक समुदाय में। अभी देखा जा रहा है कि मंत्री मोहम्मद जमा खां की बिहार में स्वीकारता ज्यादा है जमा खान अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हैं और उनको उपमुख्यमंत्री बनाया जाता है तो मुझे लगता है कि अल्पसंख्यक समुदाय में एक बहुत बड़ी स्वीकारता है और इसका लाभ महागठबंधन के हर लोगों को मिलेगी। जमा खान का स्टेटस साफ सुथरा है। हर किसी के दुख सुख में जमा खान शामिल रहते है। जमा खान का लगाव हर वर्ग के लोगों से है। युवा,बुजुर्ग, और यहां तक की बच्चों के भी पसंदीदा मंत्री हैं, हर कोई से जमा खान का लगाव है। हम महागठबंधन से मांग करते हैं कि उपमुख्यमंत्री मोहम्मद जमा खान को बनाया जाये। उक्त बातें कांग्रेस कैमूर के पूर्व जिलाध्यक्ष उपेंद्र प्रताप सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि महगठबंधन से एक उपमुख्यमंत्री अल्पसंख्यक से होना चाहिए. उपमुख्यमंत्री की छवि जमा खान में दिखाई दे रही है। इनकी लोकप्रियता हर जगह है। और उनकी विकास चारों तरफ दिखाई दे रहा है। अल्पसंख्यक मंत्री होने के बावजूद भी विकास की लड़ी सभी क्षेत्रों में दिखाई दे रहा है। जमा खान को दिन तो दिन रात को रात नहीं समझते बिहार में अगर कोई मंत्री है तो वो है जमा खान, उक्त बातें कैमूर जिला के कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष उपेंद्र प्रताप सिंह कही है।
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