वैसे तो बाल विवाह को देश में गैरकानूनी माना गया है लेकिन, आज भी सुदूर ग्रामीण इलाकों में क़ानून की धज्जियाँ उड़ाते हुए बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों को अंजाम दिया जा रहा है… जिसे रोकने और इस कुरीति के खिलाफ लोगों को जागरूक करने के लिए लगातार जागरूकता अभियान भी चलाया जा रहा है.. इसी कड़ी में आज देवघर के समरनहालय परिसर से बाल विवाह मुक्त भारत अभियान के तहत एक जागरूकता रथ को रवाना किया गया… रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना करते हुए जिले के उपायुक्त विशाल सागर ने कहा की, बेटियों की कम उम्र में शादी से न सिर्फ उसके पूरे जीवन पर प्रभाव पड़ता है बल्कि, उसका पूरी जिंदगी दुभर हो जाती है… ऐसे में आज के समय में बेटियां जहां हर क्षेत्र में अपना मुकाम बना रही हैं तो इस अभियान का मकसद भी ग्रामीण इलाकों के लोगों को यह बताना है की, बेटियों की कम उम्र में शादी कर उसकी उसकी उड़ान पर लगाम लगाने के बजाए उसे खुला आसमान दें ताकि, वह भी पढ़ लिख कर देश और समाज KE लिए नजीर पेश कर सकें.देवीपुर से अरविन्द यादव की रिपोर्ट
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