जातीय सर्वेक्षण के आंकड़े सामने आचुके है इन आकड़ो को लेकर राज्य में राजनीतिक का बाजार गर्म है इस बीच औरंगाबाद में आम लोग का क्या राय है इसका जायजा लिया हमारे सम्बददाता ने रायशुमारी के दौरान लोगो ने सर्वेक्षण पर ही सवाल खड़ा कर दिया वही कॉलेज के स्टूडेंटस ने इस तरह की सर्वेक्षण से ही अनभिज्ञता जाहिर किया है वही कुछ बुद्धजीवियों ने इसे निराधार ही बताया है और कुछ ने तो नीतीश कुमार को अपने पद से इस्तीफा देने की बात कहते हुये आग्रह किया है कि अगर नीतीश कुमार को अपने सर्वे पर भरोसा है तो सीएम की कुर्सी एक अतिपिछड़ा के बेटे को सौप देना चाहिये।
Posted inBihar