भारतीय रेलवे यात्रियों की सुख-सुविधाओं का खास ख्याल रखता है। रेलवे स्टेशन हाईटेक किया जा रहा है। प्लेटफॉर्म को वर्ल्ड क्लास लुक दिया जा रहा है। नई हाई स्पीड ट्रेनें चलाई जा रही है। इसी कड़ी में रेलवे ने 198 ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने का फैसला किया। रेलवे के इस फैसले से ट्रेनों में 5 मिनट से 65 मिनट तक समय की बचत होगी। साथ ही कुछ ट्रेनों के स्टॉपेज भी कम किए गए हैं। इससे सफर में कम समय लगेगा। *198 ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने का फैसला उत्तर पश्चिम रेलवे में 452 ट्रेनों का संचालन होता है। पूरे जोन में 578 स्टेशन हैं। ट्रेनों में करीब डेढ़ लाख से ज्यादा यात्री प्रतिदिन सफर करते हैं। 1 अक्टूबर से रेलवे की नई समय सारणी जारी हुई है. रेलवे 198 ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने का फैसला किया है। साथ ही 80 ट्रेनों के नए ठहराव भी निर्धारित किए गए हैं। उत्तर पश्चिम रेलवे द्वारा 14 नई ट्रेनें भी शुरू की गई हैं। इसमें प्रतिदिन, वीकली, सप्ताह में 6 दिन सहित अलग-अलग कैटिगरी की ट्रेनें शामिल हैं। साथ ही 12 ट्रेनों का एक्सटेंशन बढ़ाया गया है। उत्तर पश्चिम रेलवे में अभी तक ट्रेन की अधिकतम रफ़्तार 110 किलोमीटर प्रति घंटा है। हालांकि कुछ दिनों में हाई स्पीड ट्रेनों की रफ्तार 130 किलोमीटर प्रति घंटा होगी।
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