मणिपुर में एक फिर हालात बिगड़ते जा रहे हैं। मैतेई और कुकी समुदायों के बीच शुरू हुई हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। एक तरफ पहाड़ी इलाकों में AFSPA 6 महीने के लिए बढ़ा दी गई है तो वहीं प्रदर्शनकारियों ने बीजेपी दफ्तर को आग लगा दी है। दरअसल, गुरुवार को उग्र भीड़ ने थौबल जिले में बीजेपी मंडल कार्यालय को आग लगा दी। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचे सुरक्षाबलों ने आग पर काबू पाया। हालांकि तब तक कार्यालय में रखा सामान जलकर खाक हो चुका था। इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है। पुलिस ने आगे की जांच शुरू कर दी है। यह पहली बार नहीं है जब जातीय तनाव के बीच बीजेपी दफ्तर पर हमला हुआ है। इससे पहले जून में थौबल जिले में तीन बीजेपी दफ्तरों में उपद्रवियों ने तोड़फोड़ की थी। इस दौरान भीड़ ने कार्यालय के गेट, खिड़कियां और परिसर में खड़ी एक कार के शीशे तोड़ दिए थे। बता दें कि छह जुलाई से लापता दो छात्रों की हत्या के विरोध में बुधवार को स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन किया। इस बीच स्थानीय प्रदर्शनकारियों और आरएएफ सुरक्षाकर्मियों के बीच मंगलवार रात को झड़प हुई। भीड़ को काबू में करने के लिए सुरक्षाबलों ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। इस घटना में 45 लोग घायल हो गए जिनमें अधिकतर छात्र हैं।
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